2 अगस्त... आखिर वो दिन आ ही गया जिसका मुझे बेसब्री से इंतज़ार था..... आज मैंने अपने भाई को रंग-बिरंगी राखियाँ बाँधी और उसे उन्नति के शिखर पे पहुँचाने के लिए ढेर सारी प्रार्थना की....
इस दिन के लिए मैं कई दिन पहले से तैयारियां कर रही थी ये देखिये आरती की थाली...जिसको मैंने खुद से बनाया था..
रक्षाबंधन के दिन.......
वो तो सबसे पहले उन चॉकलेट्स के ही पीछे पड़ गया... फटाफट उसने मुझे भी एक गिफ़्ट दिया और फिर चॉकलेट्स पे टूट पड़ा.....
इस दिन के लिए मैं कई दिन पहले से तैयारियां कर रही थी ये देखिये आरती की थाली...जिसको मैंने खुद से बनाया था..
रक्षाबंधन के दिन.......
सबसे पहले मैंने भाई को टीका लगाया.... |
फिर मंगल आरती की... |
और उसके बाद राखियाँ बाँधी..... |
और फिर मिठाई खिलाई... (जब मिठाई हाथ में हो तो मुँह में पानी तो आएगा ही ना :) |
भाई ने मुझे लड्डू खिलाया... बिलकुल अपने शरारती अंदाज़ में..... |
जैसे ही लड्डू मुँह के अंदर पहुंचा उसने यूँ ही छोड़ दिया ये देखिये....लड्डू सीधा मुँह के अंदर... :) |
फिर मैंने भाई को "चॉकलेट का बंगला" दिया जो उसे बहुत पसंद आया |
भाई का गिफ़्ट भी बहुत प्यारा था....
उसने मुझे एक बहुत प्यारी सी ड्राइंग और एक बैंगल दिया |
ये रही वो ड्राइंग जो भाई ने मुझे दी... इस पर उसने जो कुछ लिखा है उसे मैं एकदम वैसा ही नीचे लिख दे रही हूँ (बिना कुछ सुधार किये)... ताकि आप सब भी उसे पढ़ सकें.....
How sweet!!!....बहुत ही प्यारा तोहफा है ये मेरे नन्हे से भाई का... है ना !!!
मेरी ज़िंदगी को अपनी हँसी से भर दे....
शरारतों से मुझे परेशान कर दे...
तोहफ़ों से मेरी हथेलियाँ भर दे..
बोलो- बोलो कौन है वो?
वो है मेरा प्यारा- प्यारा भाई शाश्वत...:)
और ये रही राखियाँ....
वैसे दोस्तों, मैंने स्कूल के प्रोजेक्ट के लिए रक्षाबंधन से सम्बंधित चार्ट तथा राखी भी बनायी थी...एक नज़र, इस पर भी डाल लीजिए...
चार्ट |
राखियाँ |
अरे एक बात तो मैं आप सबको बताना भूल ही गई... मेरे इस स्कूल में किसी विशेष अवसर और विशेष त्योहारों आदि पर मेंहदी लगाने की इजाज़त है इसलिए कई वर्ष बाद इस बार मैंने मम्मी से अपने दोनों हाथों पर मेंहदी भी लगवाई... देखिये.........
और अब अंत में....
ये है मेरे प्यारे भाई की कलाई,
रंग-बिरंगी, प्यारी-प्यारी,
हम बहनों की राखी वाली,
जिसमें भरा है हमारा ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद...
हर बार रक्षाबंधन का दिन तो यूँ ही खत्म हो जायेगा... लेकिन मेरा और मेरे प्यारे भाई का ये अटूट रिश्ता इसी प्रकार सदा बरकरार रहेगा...
I LOVE MY BROTHER SOOOOO MUCH !!!
Very Good My dear!
ReplyDeleteवाह ... बहुत ही बढिया
ReplyDeleteइस स्नेहिल पर्व की आपको अनंत शुभकामनाएं
प्यारी रुनझुन
ReplyDeleteतुम्हारा ब्लॉग देखा जो फोटोग्राफी और तुम्हारे खुद के बनाये चित्रों से सजा हुआ है |तुम्हारे बनाये कार्ड्स और राखियाँ भी देखीं |तुम्हारी होशियारी का सिक्का हम पर जम गया है |अपने प्रिय भाई की कलाई पर राखी बाँधते समय इस त्यौहार की एक -एक रीति को ,उसके महत्व को चित्रों की सहायता से स्पष्ट किया है -यह बात हमें बहुत पसंद आई |तुम भाई- बहन का प्यार समुद्र की लहरों की तरह सदैव लहराता रहे --|
आंटी की शुभ कामनाएं !
Thanks a lot aunty...''रुनझुन'' में आपका स्वागत है...
Deleteप्रिय रुनझुन जी, भाई मजा आ गया नैन सुख ... शास्वत को भी आप के साथ ढेर सारी शुभ कामनाएं भैया बहना का ये प्रेम सदा सदा यों ही बना रहे हरी भरी बगिया खिली रहे ...
ReplyDeleteरक्षा बंधन की हार्दिक बधाई आप सपरिवार तथा मित्र मण्डली को भी ...
भ्रमर ५