Saturday, August 4, 2012

बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा....



रंग-बिरंगी राखी लेकर आई बहना,
ओ राखी बंधवाले मेरे वीर......

2 अगस्त... आखिर वो दिन आ ही गया जिसका मुझे बेसब्री से इंतज़ार था..... आज मैंने अपने भाई को रंग-बिरंगी राखियाँ बाँधी और उसे उन्नति के शिखर पे पहुँचाने के लिए ढेर सारी प्रार्थना की.... 


इस दिन के लिए मैं कई दिन पहले से तैयारियां कर रही थी ये देखिये आरती की थाली...जिसको मैंने खुद से बनाया था..







रक्षाबंधन के दिन.......


सबसे पहले मैंने भाई को टीका लगाया....

फिर मंगल आरती की...

और उसके बाद राखियाँ बाँधी.....




और फिर मिठाई खिलाई...
(जब मिठाई हाथ में हो तो मुँह में पानी तो आएगा ही ना :) 





 भाई ने मुझे लड्डू खिलाया...
बिलकुल अपने शरारती अंदाज़ में.....
जैसे ही लड्डू मुँह के अंदर पहुंचा उसने यूँ ही छोड़ दिया 
ये देखिये....लड्डू सीधा मुँह के अंदर... :)



फिर मैंने भाई को "चॉकलेट का बंगला" दिया
जो उसे बहुत पसंद आया






















वो तो सबसे पहले उन चॉकलेट्स के ही पीछे पड़ गया... फटाफट उसने मुझे भी एक गिफ़्ट दिया और फिर चॉकलेट्स पे टूट पड़ा.....
भाई का गिफ़्ट भी बहुत प्यारा था....  

उसने मुझे एक बहुत प्यारी सी ड्राइंग और एक बैंगल दिया


ये रही वो ड्राइंग जो भाई ने मुझे दी... इस पर उसने जो कुछ लिखा है उसे  मैं एकदम वैसा ही नीचे लिख दे रही हूँ (बिना कुछ सुधार किये)... ताकि आप सब भी उसे पढ़ सकें.....  


I always disturb you and I always tell you toshi 
but now I learnt that you are my best friend in the world 
that is why I should tell you didi and their was also Rakshabandhan .
 I am excited that what you are going to give me 
and I am also excited to eat the tasty sweets. yummmmm....
and you also want to see you photo on the card 
that is why I am going to make your photo OK 
and you no na what Bobby bhaiya said that
 if you not tie the rakhi tightly then he will take your gift 
OK never mind. 
I am going to make your photo. bye..



How sweet!!!....बहुत ही प्यारा तोहफा है ये मेरे नन्हे से भाई का... है ना !!! 



मेरी ज़िंदगी को अपनी हँसी से भर दे....
शरारतों से मुझे परेशान कर दे...
तोहफ़ों से मेरी हथेलियाँ भर दे..
बोलो- बोलो कौन है वो?
वो है मेरा प्यारा- प्यारा भाई शाश्वत...:)




ये रहे वो सारे कार्ड्स जो मैंने अपने भाइयों के लिए बनाये थे..इन सबको मैंने एक हफ्ते पहले ही कोरियर से भेज दिया था...रक्षाबंधन के इस पर्व पर मैं अपने भाइयों के साथ तो नहीं थी पर अपने कार्ड और राखी के द्वारा मैंने उन्हें अपना ढेर सारा स्नेह भेजा था...




और ये रही राखियाँ....





वैसे दोस्तों,  मैंने स्कूल के प्रोजेक्ट के लिए रक्षाबंधन से सम्बंधित चार्ट तथा राखी भी बनायी थी...एक नज़र, इस पर भी डाल लीजिए...


चार्ट

राखियाँ 



अरे एक बात तो मैं आप सबको बताना भूल ही गई... मेरे इस स्कूल में किसी विशेष अवसर और विशेष त्योहारों आदि पर मेंहदी लगाने की इजाज़त है इसलिए कई वर्ष बाद इस बार मैंने मम्मी से अपने दोनों हाथों पर मेंहदी भी लगवाई... देखिये.........



और अब अंत में....

ये है मेरे प्यारे भाई की कलाई,
रंग-बिरंगी, प्यारी-प्यारी,
हम बहनों की राखी वाली,
जिसमें भरा है हमारा ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद...







हर बार रक्षाबंधन का दिन तो यूँ ही खत्म हो जायेगा... लेकिन मेरा और मेरे प्यारे भाई का ये अटूट रिश्ता इसी प्रकार सदा बरकरार रहेगा... 

बहना ने भाई की कलाई से प्यार बांधा है...
रेशम की डोरी से संसार बांधा है.... 

I LOVE MY BROTHER SOOOOO MUCH !!!

5 comments:

  1. वाह ... बहुत ही बढिया
    इस स्‍नेहिल पर्व की आपको अनंत शुभकामनाएं

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  2. प्यारी रुनझुन

    तुम्हारा ब्लॉग देखा जो फोटोग्राफी और तुम्हारे खुद के बनाये चित्रों से सजा हुआ है |तुम्हारे बनाये कार्ड्स और राखियाँ भी देखीं |तुम्हारी होशियारी का सिक्का हम पर जम गया है |अपने प्रिय भाई की कलाई पर राखी बाँधते समय इस त्यौहार की एक -एक रीति को ,उसके महत्व को चित्रों की सहायता से स्पष्ट किया है -यह बात हमें बहुत पसंद आई |तुम भाई- बहन का प्यार समुद्र की लहरों की तरह सदैव लहराता रहे --|

    आंटी की शुभ कामनाएं !

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    Replies
    1. Thanks a lot aunty...''रुनझुन'' में आपका स्वागत है...

      Delete
  3. प्रिय रुनझुन जी, भाई मजा आ गया नैन सुख ... शास्वत को भी आप के साथ ढेर सारी शुभ कामनाएं भैया बहना का ये प्रेम सदा सदा यों ही बना रहे हरी भरी बगिया खिली रहे ...
    रक्षा बंधन की हार्दिक बधाई आप सपरिवार तथा मित्र मण्डली को भी ...
    भ्रमर ५

    ReplyDelete

आपको मेरी बातें कैसी लगीं...?


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