रुनझुन तब मात्र एक साल की थी जब लगभग पूरे भारत में कड़ाके की ठण्ड पड़ी थी, कई वर्षों का रिकार्ड भी टूटा था, इस भीषण ठण्ड से बचने के लिए रुनझुन को प्याज के छिलके की तरह परत दर परत इतने कपड़े पहनाये जाते कि दुबली पतली रुनझुन एकदम गोल-मटोल हो जाती...
नन्ही Eskimo बुआ नानी के साथ |
गोल-मटोल....मोटू सेठ! |
लेकिन ये गुब्बारा तो और भी ज्यादा मोटू है...ही-ही-ही.. |
Smile please!!!!!! |
इसके साथ ही अलाव जलाकर घर को गर्म रखने की कोशिश भी की जाती लेकिन ये सब परेशानी तो मम्मी पापा की थी , बिटिया रानी तो हर हाल में मस्त....
इसी बीच ठंड और कुहरे की चादर लपेटे नया वर्ष भी आ गया और इयर के बर्थडे में केक तो कटना ही था....
Very-Very Happy New Year!!! |
अरे नहीं-नहीं डरिये नहीं इतनी ठण्ड में ये आइसक्रीम नहीं रबड़ी है... |
सर्दी हो या गर्मी... रुनझुन का Favorite Sleeping Mode!! |
इतना ही नहीं इसी ठण्ड में रुनझुन दिल्ली भ्रमण पर भी निकल पड़ी देखिये कुछ तस्वीरें कड़कड़ाती, ठिठुरती सर्दी में रुनझुन के दिल्ली भ्रमण की......
सर्दी की मस्ती !!! |
पहचाना इसे, ये है दिल्ली का लाल किला |
ये रहा कुतुबमीनार... बाप रे! कित्ताsssssss ऊँचा!!!!! |
ये है धुँध में लिपटा Lotus Temple... साथ में अमित भैया और आयुष मामा |
और अब इसे देखिये दिल्ली का छतरपुर मंदिर |
बता सकते है ये रुनझुन के पीछे क्या है...? |
इसे तो आप जानते ही हैं... हाथी!...बड़ाsssss सा !!! |
अब इसे पहचानिए, नहीं समझे, अरे! ये है एक बड़ाsssss सा कछुआ ! |
Lovely Runjhun.
ReplyDeleteMy blessings to her.
वाह जी वाह हमें तो घर बैठे दिल्ली की सैर करा दी
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर .....
दिल्ली की सर्दी।
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