हेलो फ्रेंड्स!!
कैसे हैं आप सब??... मेरी गर्मी की छुट्टियाँ अब समाप्त हो गयी... हम वाराणसी से 14 जून, 2012 को चल कर 16 जून को वापस गाँधीधाम आ गए... आज मेरे स्कूल का छुट्टियों के बाद पहला दिन था.. मुझे बहुत मज़ा आया... इन छुट्टियों की बहुत सारी बातें आपसे शेयर करनी है लेकिन सबसे पहले मैं कल की बातें करना चाहती हूँ....जी हाँ कल यानि 17 जून, 2012 जो एक बहुत ही खास दिन था... आपको भी तो पता है न कि कल था... पितृ-दिवस.. मतलब ''फ़ादर्स डे'' (Father's Day)... तो फ्रेंड्स, किसी भी इवेंट के पहले हम सब क्या करते हैं....?.... जी हाँ.... उसके बारे में जानते हैं.... तो आइये कुछ जाने फ़ादर्स डे के बारे में...
''फ़ादर्स डे'' के दिन मैं सुबह टी.वी देख रही थी तभी मैंने एक कहानी पढ़ी तो सोचा कि आप सब से भी शेयर कर लूँ...
फ़ादर्स डे कैसे शुरू हुआ?
बहुत साल पहले यू.एस.ए. में ''सोनारा डोड'' नामक एक लड़की रहती थी.. उसकी माँ का निधन हो गया था और वो अपने पापा और 5 भाइयों के साथ रहती थी.. एक दिन रविवार को वो अपने पापा के साथ चर्च गयी और वहाँ पर उसे ''मदर्स डे'' के बारे में पता चला.... और तब उसने सोचा कि यदि मदर्स डे होता है तो एक दिन हमारे पिताओं को भी समर्पित होना चाहिए... उसने फ़ादर्स डे मनवाने का दृढ़ निश्चय कर लिया और एक औपचारिक पत्र भी भेजा... आखिरकार सन 1923 में फ़ादर्स डे को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया गया... येsssss.....!!! थैंक्यू ''सोनारा डोड'' अगर आप ने फ़ादर्स डे मनाने का दृढ़ निश्चय नहीं किया होता तो आज हमारे पिताओं को एक भी दिन समर्पित नहीं होता...
मैंने अपने पापा को एक प्यारा सा कार्ड दिया प्यारे से मैसेज के साथ...
भाई ने भी पापा को अपने हाथों से बना कार्ड दिया....
है ना बहुत ही प्यारा सा कार्ड !!! |
और सचमुच पापा बहुत-बहुत खुश हुए उन्होंने प्यार से हमें गले लगा लिया....
My father is my Hero !!! He is really Great !!! |
Happy Father's Day.... :) Beautiful Cards...
ReplyDeletebeautiful poem and card ... happy father's day!
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