Hello !
मैं हूँ आप सबकी रुनझुन!
आज मैं खुद आपसे बातें करना चाहती हूँ, क्योंकि अब तो मैं पूरे दस साल की हो गई हूँ और अपनी बातें खुद कर सकती हूँ |
आज मैं खुद आपसे बातें करना चाहती हूँ, क्योंकि अब तो मैं पूरे दस साल की हो गई हूँ और अपनी बातें खुद कर सकती हूँ |
मेरी फेवरेट हॉबी है आर्ट एंड क्राफ्ट और ढेर सारी कहानियाँ पढ़ना... | अब तक मैं सिर्फ डायरी लिखती थी और कभी-कभी छोटी-छोटी कहानियाँ भी लेकिन अब मैंने धीरे-धीरे ब्लॉग लिखना भी सीख लिया है... मेरी कक्षा चार की परीक्षाएँ खत्म हो चुकी हैं और फिलहाल छुट्टियाँ चल रही हैं इसलिए आज-कल मेरे पास बहुत सा समय होता है जिसमें मैं कुछ नया करना और सीखना चाहती हूँ... और अब अपने इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आप सबसे ढेरों बातें कर सकती हूँ ... बस आप मेरी अच्छाइयों, बुराइयों और मेरी गलतियों के बारे में मुझे बताते रहियेगा... क्यों ठीक है न?....
मेरा क्लास 4 का रिज़ल्ट कल यानि 24 मार्च को आएगा... पता नहीं क्या होगा (हालाँकि मुझे विश्वास है कि अच्छा ही होगा)... क्लास 3 का रिज़ल्ट तो बहुत अच्छा था... सारे सब्जेक्ट में highest marks और क्लास में फर्स्ट आई थी और पिछले साल 6th अप्रैल को मुझे Acadmic Awards भी मिले, मम्मी, पापा, मैं और घर के सभी लोग मेरे रिज़ल्ट से काफी खुश थे... लेकिन हमारी टीचर और मम्मी कहती हैं... सिर्फ क्लास में फर्स्ट आना ही काफी नहीं होता बल्कि हर फ़ील्ड में अच्छी जानकारी होना, Strong vocabulary, Strong G K होना और सबसे बढ़कर एक अच्छा इन्सान होना सबसे ज़रूरी है, इसलिए हमें रोज़ अख़बार ज़रूर पढ़ना चाहिए... इसलिए अब मैं रोज़ अख़बार पढने की आदत डालने की कोशिश भी कर रही हूँ.... "The Times of India" का सन्डे स्पेशल "The Speaking Tree" मुझे बहुत पसंद है...
अरे...अरे मैं तो बस अपने बारे में ही बोलती जा रही हूँ... आप सब को नव संवत्सर की बधाई तो मैंने दी ही नहीं... आज हमारा राष्ट्रीय नव-वर्ष है...आज से नया संवत शुरू हो रहा है... वासंतिक नवरात्रि का पहला दिन, गुडीपडवा, उगादी आदि कई नामों से भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में मनाये जाने वाले इस पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ....
मैं बहुत खुश हूँ कि आज के इस विशिष्ट दिन मैं ये नई शुरुआत कर रही हूँ... मैं सुबह-सुबह ही अपनी शुभकामना आप सबको देना चाहती थी लेकिन मुझे कुछ देर हो गई क्योकि मैं आज कुछ देर के लिए "कैद" हो गई थी..... अरे नहीं नहीं चौकिये नहीं... जेल में नहीं, अपने बाथरूम में... मैं सुबह- सुबह बाथरूम में गई और जब बाहर निकलना चाहा तो दरवाजा खुला ही नहीं ... सबकी कोशिशें बेकार... और मैं लगभग एक घंटे तक बाथरूम में कैद रही उसके बाद कारपेंटर ने आकर आटोमैटिक लॉक तोड़ दिया तब जाकर मैं बाहर निकल पाई... और इस चक्कर में मेरी सुबह ही देर से शुरू हो पाई... फिर जब मैं लिखने बैठी तो बिजली गुल हो गई... यानि सिर मुड़ाते ही ढेर सारे ओले पड़ गए... हा-हा-हा.... लेकिन अब सब ठीक है.... मौसम बिलकुल साफ है... अब मैं चलती हूँ कुछ और काम करने कल आप सबसे फिर मिलूँगी... तब तक के लिए... बाय.....!!!!!
hahahaha.. :)
ReplyDeletetum lagti nahi ki 10 saal ki ho.. baatein to badi achi karti ho... :)
अरे ऐसा क्या???....आपको मेरी बातें अच्छी लगीं...बहुत-बहुत थैंक्यू!!!
DeleteVery Good
ReplyDeleteनव संवत की शुभकामनाएँ डियर !
थैंक्यू अंकल!
Deleteनव संवत की हार्दिक शुभकामनायें ....:)
ReplyDeleteनव संवत की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteनव संवत्सर का आरंभन सुख शांति समृद्धि का वाहक बने हार्दिक अभिनन्दन नव वर्ष की मंगल शुभकामनायें/ सुन्दर प्रेरक भाव में रचना बधाईयाँ जी /
ReplyDeleteआभार |
ReplyDeleteनव संवत्सर की बधाइयाँ ||
रविकर का आशीष, पाय मंजिल सब अगले ।
Deleteबने नागरिक श्रेष्ठ, ध्यान देता रह तब ले ।
हिमजा-पुत्री की बजी, नूपुर रुनझुन होय ।
मातु-पिता भाई प्रसन्न, दादी दादा सोय ।
दादी दादा सोय, भली किस्मत है पाई ।
आशीर्वाद संजोय, करो तुम खूब पढ़ाई ।
दुनिया को खुशहाल, बनाएगी तू तनुजा ।
श्रेष्ठ नागरिक बन, कीर्ति फैले जस हिमजा ।।
रविकर अंकल, इतनी सुन्दर कविता के लिए आपको ढेर सारा थैंक्यू ! ...आप बड़ों का प्यार और आशीष हमेशा यूँ ही मेरे साथ रहेगा तो ज़रूर मैं जीवन में कुछ अच्छा कर सकूँगी |
Deleteनव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteथैंक्यू अंकल!
Deleteवाह भाई आप तो बहुत होशियार बिटिया हैं आआयाआआया|आपको ब्लॉग पर लिखते देख बहुत प्रसन्नता हो रही है |नए साल की नई प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी |बहुत बहुत बधाई |
ReplyDeleteआशा
धन्यवाद,
Deleteआप सबके दरों आशीर्वादों के साथ मैं हमेशा अच्छा लिखूंगी|
Sorry... ढेरों आशीर्वाद
Deleteनव सवंत्सर की हार्दिक शुभकामनाये ..
ReplyDeleteथैंक्यू!!!!
Deleteo my GOD............ Nazar naa lage....MY RUNJHUN REALLY ROCKS............
ReplyDeleteThank you Mausi!!.... I am so because I have A rocking mausi and that's you....
Delete& wow..what a rocking poze...mai to mar miti :-D
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