ये रक्षा-बंधन सबसे बड़ा त्यौहार है,
बंधवा लो राखी, बहना का इसमें प्यार है |
हाँ दोस्तों, आज मैं बात करूँगी उन कच्चे धागों की जो एक भाई और बहन के रिश्ते को बहुत ही मजबूती से बाँध कर रखता है...
"रक्षाबंधन"... पूरे भारत में ये त्योहार ''राखी-पर्व'' या ''राखी पूर्णिमा'' के नाम से भी जाना जाता है... यह पर्व एक भाई और बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाता है... इसे हिंदू, सिक्ख और मुसलमान सभी मनाते है... इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं साथ ही ये पर्व प्रतीक है भाई-बहन के निश्छल अटूट प्यार का... यह त्योहार श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है...
मैं भी रक्षाबंधन के दिन अपने प्यारे भाई- शाश्वत की कलाई पर राखी बांध उसे अपना ढेर सारा प्यार देती हूँ... हम दोनों जितना झगड़ते हैं, उससे कई गुना ज़्यादा एक दूसरे से प्यार करते हैं... कल के लिए मैं ढेर सारी तैयारियां कर रही हूँ... आज मैं अपने पिछले रक्षाबंधन की फ़ोटोज़ देख रही थी.... आइये कुछ आपको भी दिखाती हूँ.....
इन फ़ोटोज में मैं चार वर्ष की हूँ और भाई एक वर्ष का.... उस दिन मम्मी ने मेरे दोनों हाथों में सुन्दर सी मेंहदी भी लगाई थी....
और ये हैं दो साल पहले की फ़ोटोज इस समय मैं आठ वर्ष की हूँ और भाई पाँच वर्ष का... अब वो समझदार हो चुका था... राखी बांधने के पूरे प्रॉसेस को ध्यान से देख और समझ रहा था... और जब मैं उसकी आरती उतारने लगी तो बोला...."अरे मैं भगवान हूँ क्या....!!!" और ज़ोर-ज़ोर से हँस-हँस कर लोट-पोट हो गया.... आइये कुछ फ़ोटो उस समय की भी दिखाती हूँ....
और ये रही पिछले वर्ष की कुछ तस्वीरें.... पिछले वर्ष मैंने आरती के लिए स्पेशल थाली सजाई थी जो सबको बहुत पसंद आई थी... आप भी बताइये आपको कैसी लगी...?
इन फ़ोटोज में मैं चार वर्ष की हूँ और भाई एक वर्ष का.... उस दिन मम्मी ने मेरे दोनों हाथों में सुन्दर सी मेंहदी भी लगाई थी....
राखी बांधने के लिए तैयार!!! |
भाई अपने हाथों में बंधती राखी को कैसे आश्चर्य से देख रहा है... |
दीये की लौ देखकर तो वो डर ही गया था... देखिये एकदम भागने को तैयार है.... हा-हा-हा |
मुँह में मिठाई जा रही है लेकिन आँखे दिये पर ही हैं... |
और जब मम्मी ने मुझे मिठाई खिलाने के लिए कहा तो वो मुझे न देकर मम्मी को ही खिलाने लगा |
मेरे मुँह में पानी आ रहा था और मैंने खुद ही अपने से मिठाई खा ली... |
और ये हैं दो साल पहले की फ़ोटोज इस समय मैं आठ वर्ष की हूँ और भाई पाँच वर्ष का... अब वो समझदार हो चुका था... राखी बांधने के पूरे प्रॉसेस को ध्यान से देख और समझ रहा था... और जब मैं उसकी आरती उतारने लगी तो बोला...."अरे मैं भगवान हूँ क्या....!!!" और ज़ोर-ज़ोर से हँस-हँस कर लोट-पोट हो गया.... आइये कुछ फ़ोटो उस समय की भी दिखाती हूँ....
तिलक तो भाई ने बड़ी ही शांति से करा लिया... |
लेकिन जब आरती करने लगी तो वो हँस-हँस के बेहाल हो गया... |
इस बार उसने भी मुझे मिठाई खिलाई लेकिन उसकी हँसी तो बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी..... |
उसने मुझे बहुत ही प्यारा सा गिफ़्ट भी दिया |
हम दोनों |
और ये रही पिछले वर्ष की कुछ तस्वीरें.... पिछले वर्ष मैंने आरती के लिए स्पेशल थाली सजाई थी जो सबको बहुत पसंद आई थी... आप भी बताइये आपको कैसी लगी...?
ये है आरती की थाली जो मैंने तैयार की है |
ये देखिये मैं टीका लगा रही हूँ और उस नटखट को शरारत सूझ रही है :) |
इस बार अपनी आरती कराने के लिए कितनी शान से बैठा है... |
प्यार का बंधन |
WOW....!!! मुँह में पानी आ गया..!!! |
भाई ने मुझे प्यारा सा गिफ़्ट भी दिया |
मेरा सबसे प्यारा नटखट भाई !!! |
और ये है वो गिफ़्ट जो मेरे प्यारे से भाई ने मुझे दिया था.... देखिये है ना बहुत ही क्यूट... भाई और गिफ़्ट दोनों ही.... :) :) :) :)
इसे भाई ने खुद बनाया है और इस पर लिखा है... "I LOVE MY DIDI" |
ये तो थीं मेरी प्यारी-प्यारी यादें.... अब मैं चलती हूँ कल के लिए ढेर सारी तैयारियां करना अभी बाकी है.... इसलिए बाकी बातें बाद में करूँगी... फ़िलहाल तो...... आप सबको...
रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएँ !!!
बहुत सुन्दर ... आपने बनायीं हुयी थाली बहुत पसंद आई और भाई ने बनाया खिलौना क्या कहने :)
ReplyDeleteहैप्पी राखी.....
ReplyDeleteबहुत अच्छी लगी आपकी तस्वीर...
ReplyDeleteथाली भी बहुत सुन्दर सजाई थी..
आप दोनों भाई बहनों को रक्षा बंधन की ढेर सारी
शुभकामनाये :-)
Thank you Uncle :) :) :)
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की पूरी टीम की ओर से आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन अवसर पर बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाये | आपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है, एक आध्यात्मिक बंधन :- रक्षाबंधन - ब्लॉग बुलेटिन, के लिए, पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद !
ReplyDeleteबहुत प्यारी पोस्ट .... यूं ही हंसी खुशी मानते रहें यह त्योहार सारी उम्र ... शुभकामनायें
ReplyDeletebahut pyari si post.. dher sari shubhkamnayen..
ReplyDeleteमेरे प्यारे-प्यारे दोनों बच्चे.....जाने क्यों इत्ती सारी यादों और भावों को समेटे इन फ़ोटोज़ को देख कर आज मन भर आया.मैंने भी इन्हें गोद में खिलाया है जब ये रुई के फ़ाहे से नरमोनाजुक थे और अब कित्ते बड़े-समझदार हो गए हैं ये.सच, बच्चे ही हमें पखेरू से उड़ते समय का बोध करते हैं. रुनझुन, शाश्वत...तुम दोनों बहुत लकी हो. आज नहीं....कई सालों के बाद तुम जान पाओगे कि तुम्हारी माँ ने इस ब्लॉग के रूप में तुम दोनों को कितना अनमोल तोहफ़ा दिया है. ढेरों आशीष और प्यार....
ReplyDeletekyabaat hai toshi bahut badhiya..............
ReplyDeleteThanks a lot to Trupti aunty, chaitanya, Reena aunty, Ravikar uncle, Shivam uncle, Sangeeta aunty, Mukesh uncle, Pratima mausi and Sweety aunty for your love....
ReplyDeleteमेरी प्यारी प्यारी रुनझुन तुम्हें ढेर सारा प्यार |तुम्हारे सारे फोटो बहुत अच्छे लगे |इन्हें बहुत सम्हाल कर रखना |अपनी पढाई के भी हालचाल अपने ब्लॉग पर डाला करो |तुम्हारी ----जो तुम सोच लो |मुझे बच्चे बहुत अच्छे लगते है |अभी सब चले गए तो बहुत खाली घर लग रहा है |आशा
ReplyDeleteआशा आंटी,
Deleteसादर प्रणाम!
सबसे पहले ढेर सारा थैंक्यू मेरे ब्लॉग पर अपने सुझाव देने के लिए!!! मैं अपने ब्लॉग पर अपने दोस्तों से बहुत सारी- हर किस्म की बातें शेयर करना चाहती हूँ...पर मुझे इतना टाइम ही नहीं मिल पाता...छुट्टियों में ही बस मेरे पास इतना समय होता है कि मैं अपनी सारी बातें आप सब से शेयर करूँ...लेकिन छुट्टियों में मैं जहां भी जाती हूँ वहाँ लाइट की बड़ी समस्या होती है...ऊपर से हमारी हर महीने में कोई ना कोई परीक्षा शुरू हो जाती है...लेकिन, मैं ज़रूर कोशिश करूँगी कि मैं अपनी पढ़ाई से सम्बंधित बातें भी आप सब के समक्ष प्रस्तुत...जैसे आपको घर खाली लग रहा है उसी तरह हमारी नानी-नाना को भी हमारे वापस लौटने पर घर खाली लगता है...वैसे, एक बार फिर, ढेर सारा थैंक्यू!!!!
रुनझुन करती रुनझुन
ReplyDeleteबहुत दिनों में आयी
रक्षाबंधन का सुंदर
सा झुनझुना ला
कर यहाँ सजाई !
Thanks a lot uncle...
Deleteरक्षाबंधन की ढेरों शुभकामनाएं...
Deleteवाह! वाह! बहुत सुंदर...
ReplyDeleteरक्षाबंधन की बधाइयाँ रुनझुन
Thanks uncle and same to you...
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